आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता। ** आप अपना हर तरह का फीडबैक https://finnnqvxf.iamthewiki.com/8249632/indicators_on_shiv_chalisa_lyrics_in_bengali_you_should_know