देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव https://reidzerbq.wikiap.com/942016/shiv_chalisa_lyrics_pdf_an_overview